Matka/HTML's blog
Rants and ramblings, technical musings
August 01, 2009
बस यूँही...
आज फिर उस गली से गुजरे हम
हुए पुराने लम्हे रूबरू
तुम न थे दूर दूर तक कहीं
फिर भी की हमने गुफ्तगू...
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