September 05, 2010

तलाश...

This poem has been taken from a scene in "Leaving Home", the documentary on the indian musical band "Indian Ocean". The way Asheem quoted this, it just touched me.

यूँ निकल पड़ा हूँ सफ़र पे मैं, मुझे मंजिलों की तलाश है

नए रास्ते नए आसमां, नए हौसलों की तलाश है

जहाँ बंदिशों की हो हद खत्म, उस हसीं शहर की तलाश है

जहाँ रंग-ओ-खुशबू का हो मिलन, मुझे उस उफक की तलाश है

मुझे मंजिलों की फिकर नहीं, मुझे रास्तों से प्यार है

जो मेरे साथ साथ चल सके, उस हमसफ़र की तलाश है...

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