Matka/HTML's blog
Rants and ramblings, technical musings
June 17, 2009
Thought of the day
सोचते थे...पानी से जुदा होकर ये मछलियाँ इतना क्यों छटपटाती है. . .ना मालूम था. . .नज़दीकियाँ आदत और आदत...अक्सर ज़िंदगी बन जाती है.....
-गुलज़ार
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